Monday, May 23, 2011

चालान काटने के बाद पुलिस ने पीटा- --CA.Sunil Goyal By Ravinder Singh



चंडीगढ़. ‘मेरी गलती सिर्फ इतनी है कि मैं चालान की स्लिप पर लिखे ऑब्जर्वेशन कॉलम में लिखने लगा था कि मेरा चालान क्यों हुआ। अभी दो अक्षर ही लिखे थे कि सादे कपड़ों में चौकी के बाहर खड़े कांस्टेबल सुनील ने मेरी चालान कॉपी छीन ली और मुझे चौकी के अंदर ले गया।

मैंने अंदर ले जाने की वजह पूछी तो एएसआई मोहन सिंह और कांस्टेबल सुनील ने पीटना शुरू कर दिया। मैं चिल्लाता रहा, दोनों मुझे मारते रहे। बाहर आने के बाद मैंने अपना मेडिकल कराया।’ यह कहना है पंचकूला के 22 वर्षीय सीए सुनील गोयल का।

क्या है केस

सुनील गोयल के मुताबिक 14 मई को वह चौकी के सामने रेहड़ी पर गोलगप्पे खाकर जैसे ही बाइक मोड़कर जाने लगे, चौकी के बाहर सादी वर्दी में तैनात कांस्टेबल सुनील ने उसे रोक लिया। गोयल ने उस समय हेल्मेट हाथ में लटकाया था और डालने ही लगा था। कांस्टेबल ने पूछा तो उसने कहा कि बाइक मोड़ी है, अभी सिर पर डालने वाला था। कांस्टेबल नहीं माना और सेवापानी की पेशकश की या चालान कटवाने को कहा।

गोयल ने कहा चालान काट दो। उसने चालान काट दिया। चालान स्लिप पर साइन करने से पहले वह नियम तोड़ने वाले के ऑब्जर्वेशन बॉक्स में कुछ लिखने ही जा रहा था, कि कांस्टेबल ने स्लिप छीन ली और गोयल से गालीगलौज की। विरोध करने पर कांस्टेबल उसे चौकी में ले गया और थप्पड़ों की बौछार कर दी। उसका साथ वहां पर खड़े एएसआई मोहन सिंह ने भी दिया। मेडिकल कराने के बाद 15 मई को गोयल मनीमाजरा थाना प्रभारी राजेश शुक्ला के पास गए, तो उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया। गोयल ने सेक्टर 9 के पब्लिक विंडो में भी शिकायत दी।

मेरे पास सुनील गोयल एएसआई और कांस्टेबल के खिलाफ शिकायत लेकर आए थे। मैंने जांच की तो पता चला कि उसने हेल्मेट नहीं पहना था, जिस पर उसका चालान हो गया। चालान कटने के बाद उसने पुलिसकर्मियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। बाकी जो वह आरोप लगा रहा है कि उसे पुलिसवालों ने चौकी ले जाकर पीटा वह सब निराधार है। वह झूठ बोल रहा है।

राजेश शुक्ला, एसएचओ मनीमाजरा थाना